Nirankari Sampuran Hardev Vani in Hindi
( निरंकारी सम्पूर्ण हरदेव वाणी हिंदी में )
Verse : 0
हे अविनाशी परम प्रकाशी हे निर्गुण निरंकार।
नित्य सनातन आदि अनादि सृष्टि के आधार।
जब ये धरती अम्बर न थे और न था संसार।
तब तू ही था तू ही रहेगा आगे भी करतार।
कायम दायम रहने वाला अजर अमर दातार।
क्या गायेगा कोई तेरी महिमा अपरम्पार।
तेरा रुतबा सबसे ऊंचा जग के सृजनहार।
नमस्कार ‘हरदेव’ है करता तुझको बारम्बार।।
All Verse Sampuran Hardev Vani in Hindi
( सभी श्लोक संपूर्ण हरदेव वाणी हिंदी में )
Verse : 0 हे अविनाशी परम प्रकाशी हे निर्गुण निरंकार।
Verse : 1 तू ही पिता है तू ही माता नित नित तुझको नमन करूं ।
Verse : 2 सबका साक्षी सर्व आधारा तू निर्गुण निरंकार है ।
Verse : 3 तू जल में है तू थल में है कण कण में है एक तू ही ।
Verse : 4 हे निर्गुण न्यारे तेरे ही आसरे जग सारा है ।
Verse : 5 साहिब तू बेअन्त है तेरा अन्त कोई क्या पायेगा ।
Verse : 6 कण कण वासी सर्व निवासी नाम तेरा निरंकार है ।
Verse : 7 हे सर्वज्ञ कोई भी तेरा पा नहीं सकता पार है ।
Verse : 8 हे निर्गुण हे नित्य निरंजन सब में है भरपूर तू ही ।
Verse : 9 तू पूरन है तेरा सारा इन्तजाम भी पूरन है ।
Verse : 10 मालिक खालिक कुल सृष्टि का जग का सृजनहार तू ।