करूं नित-नित तेरा ध्यान निरंकारी गीत, Nirankati Geet Lyrics
करूं नित-नित तेरा ध्यान
करूं नित-नित तेरा ध्यान, यही है प्रार्थना मेरी
मिले भक्ति का मुझको दान-2, यही है प्रार्थना मेरी,
तेरी लगन हो तेरी ही धुन हो, बलिहार तुझ पे हो जीवन,
दातार तेरे नाम के रंग में, हर पल रंगा मेरा हो मन,
दे दो ऐसा प्रभु वरदान, यही है प्रार्थना मेरी….
सांझ सवेरे गुण गाऊं तेरे, पल पल ही तुझ को चितारूं,
तुम संग दाता प्रीत लगा के, अपना ये जीवन संवारूं,
करो कृपा ये कृपा निधान, यही है प्रार्थना मेरी….
मैं- मैं रहूं न बस तू ही तू हो, जीवन में मेरे समाया,
अपना असर न डाल सके, मुझ पे ये ‘जगत’ की माया
मुझे छू न सके अभिमान, यही है प्रार्थना मेरी….
तर्ज- आ लौट के आ जा मेरे मीत
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